Nov 22, 2012

भारत का 43वां अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव मेरे ब्लैकबेरी की नज़र से (4)- अजय मलिक







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  1. 43वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह के आयोजन में भारत की राजभाषा के प्रयोग के सम्बन्ध में लोक शिकायत:43वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के आयोजन में हर स्तर पर भारत की राजभाषा एवं जन-जन की भाषा 'हिन्दी' की घोर उपेक्षा की जा रही है तथा राजभाषा सम्बन्धी संवैधानिक प्रावधानों का उल्लंघन हो रहा है. यह समारोह 20 नवम्बर से 30 नवम्बर 2012 तक चलेगा। आपसे अनुरोध है कि संविधान के अनुच्छेद 343-351 तथा राजभाषा अधिनियम 1963 एवं भारत की राजभाषा नीति के उल्लंघन को रोकने के लिए शीघ्र कार्यवाही करें। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत की पहचान हिन्दी से है इसलिए भी ऐसे अंतर्राष्ट्रीय समारोह में हिन्दी एवं अन्य भारतीय भाषाओं को महत्त्व दिया जाना चाहिए.
    1. समारोह के बैनर, पोस्टर, हस्त-पुस्तिकाएँ, सूची-पत्र (कैटलाग) केवल अंग्रेजी में छापे गए हैं जबकि इन्हें अनिवार्य रूप से हिन्दी-अंग्रेजी दोनों में होना चाहिए.
    २. समारोह का प्रतीक भी केवल अंग्रेजी में जारी किया गया है और वर्षों से ऐसा हो रहा है जबकि प्रतीक अनिवार्य रूप से हिन्दी में या फिर हिन्दी-अंग्रेजी दोनों में एकसाथ जारी होना चाहिए.
    ३. समारोह की वेबसाइट का हिन्दी में ना होना भी संविधान के अनुच्छेद 351 का उल्लंघन है.

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